आजकल की बदलती लाइफस्टाइल और खान-पान की वजह से यूरिक एसिड की समस्या आम होती जा रही है। शरीर में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने से जोड़ों में दर्द, सूजन और गाउट जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं. इसके इलाज के लिए बाजार में कई दवाइयां उपलब्ध हैं, लेकिन कई लोग प्राकृतिक और घरेलू उपायों का भी सहारा लेते हैं. आज हम आपको एक ऐसे सस्ते और कारगर घरेलू उपाय के बारे में बताएंगे, जिसके लिए आपको सिर्फ 5 रुपये की जरूरत होगी. हम बात कर रहे हैं तेजपत्ते की. वही तेजपत्ते जिन्हें हम आमतौर पर अपने किचन में मसाले के तौर पर इस्तेमाल करते हैं और बाजार में ये 5 रुपये में आसानी से मिल जाते हैं. आयुर्वेद में तेजपत्ते को कई औषधीय गुणों से भरपूर माना जाता है और ये यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में भी कारगर साबित हो सकता है. आइए यहां जानते हैं तेजपत्ते के फायदे और इसे इस्तेमाल करने का तरीका.
यूरिक एसिड में कैसे फायदेमंद है तेज पत्ता
सूजन कम करने में
गाउट के कारण जोड़ों में बहुत ज्यादा दर्द और सूजन होती है. तेजपत्ते में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं. यह जोड़ों की सूजन और दर्द को कम करने में मदद कर सकता है, जिससे गाउट के लक्षणों से राहत मिलती है.
किडनी को स्वस्थ रखता है
यूरिक एसिड बढ़ने से किडनी पर दबाव पड़ता है और किडनी की फंक्शनिंग प्रभावित होती है. तेज पत्ता किडनी को डिटॉक्सीफाई करने और उन्हें स्वस्थ रखने में मदद करता है. इसके ड्यूरेटिक गुण किडनी में मौजूद अतिरिक्त यूरिक एसिड को बाहर निकालने में मदद करते हैं.
ड्यूरेटिक गुण
तेजपत्ते में प्राकृतिक ड्यूरेटिक गुण होते हैं. यह शरीर में यूरिन की मात्रा बढ़ाकर यूरिक एसिड को शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है. जब ज्यादा यूरिन बनता है, तो किडनी पर दबाव कम होता है और वे बेहतर तरीके से काम कर पाती हैं, जिससे यूरिक एसिड का स्तर नियंत्रण में रहता है.
पाचन में फायदेमंद
कभी-कभी अपच और खराब पाचन से भी शरीर में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ सकता है. तेज पत्ता पाचन एंजाइमों के उत्पादन को बढ़ावा देकर पाचन को बेहतर बनाने में मदद करता है. एक स्वस्थ पाचन तंत्र शरीर से विषाक्त पदार्थों को बेहतर तरीके से निकालने में मदद करता है, जिससे यूरिक एसिड का स्तर नियंत्रण में रहता है.
एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर
तेजपत्ता एंटीऑक्सीडेंट का एक अच्छा स्रोत है. एंटीऑक्सीडेंट शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाने में प्रभावी होते हैं. फ्री रेडिकल्स यूरिक एसिड के क्रिस्टलीकरण की प्रक्रिया को बढ़ावा दे सकते हैं. तेजपत्ता में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट इस प्रक्रिया को धीमा करने और जोड़ों में यूरिक एसिड के जमाव को रोकने में मदद कर सकते हैं.
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तेज पत्ते का कैसे करें सेवन
तेज पत्ते की चाय
यह सबसे आसान और कारगर तरीका है. एक गिलास पानी में 2 से 3 तेजपत्ते उबालें. जब पानी आधा रह जाए तो इसे छानकर एक कप में डालें और पी लें. दिन में दो बार इस चाय को पीने से यूरिक एसिड का स्तर कम करने में मदद मिलती है.
तेज पत्ते का काढ़ा
दो गिलास पानी में 4 से 5 तेजपत्ते डालकर धीमी आंच पर उबालें. जब पानी एक चौथाई रह जाए तो इसे छानकर पी लें. आप इसमें लौंग और इलायची जैसे मसाले भी मिला सकते हैं. यह काढ़ा यूरिक एसिड को तेजी से कम करने में मदद करता है.
भोजन में इस्तेमाल करें
आप अपने रोजाना के खाने में भी तेजपत्ते का इस्तेमाल कर सकते हैं. दाल, सब्जी या सूप बनाते समय उसमें 1 से 2 तेजपत्ते डाल दें. इससे न सिर्फ आपके खाने का स्वाद बढ़ेगा बल्कि यूरिक एसिड को नियंत्रित करने में भी मदद मिलेगी.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करें.)
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