भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के बीच एक चौंकाने वाला बयान सामने आया है. पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने स्काई न्यूज को दिए इंटरव्यू में साफ तौर पर स्वीकार किया है कि पाकिस्तान ने करीब तीन दशक तक अमेरिका और पश्चिमी देशों के लिए आतंकवादी संगठनों का समर्थन, प्रशिक्षण और फंडिंग की. यह इंटरव्यू याल्दा हाकिम द्वारा लिया गया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. पहलगाम में हुए हालिया आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की मौत के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में भारी तनाव देखा जा रहा है. इस संदर्भ में ख्वाजा आसिफ का यह बयान बेहद गंभीर और वैश्विक चिंता का विषय बन गया है.
इसकी भारी कीमत हमने चुकाई
पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक इंटरव्यू में जो कबूलनामा किया है, वह न सिर्फ पाकिस्तान की पुरानी नीतियों पर सवाल उठाता है, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में उसकी भूमिका को भी कटघरे में खड़ा करता है. स्काई न्यूज की याल्दा हाकिम से बात करते हुए आसिफ ने कहा, हमने तीन दशक तक अमेरिका, ब्रिटेन और पश्चिमी देशों के लिए आतंकवाद से जुड़ा गंदा काम किया. यह हमारी गलती थी और इसकी भारी कीमत हमने चुकाई है.
Sky News (@SkyYaldaHakim): “But you do admit, you do admit sir, that Pakistan has had a long history of backing and supporting and training and funding these terrorist organizations?”
— Drop Site (@DropSiteNews) April 24, 2025
Pakistan Def. Minister: “Well, we have been doing this dirty work for United States for 3… pic.twitter.com/sv5TRkCgCZ
बातचीत से समाधान की उम्मीद
उन्होंने माना कि अगर पाकिस्तान ने सोवियत संघ के खिलाफ युद्ध और 9/11 के बाद के संघर्षों में हिस्सा नहीं लिया होता, तो आज उसका नाम आतंकवाद के साथ नहीं जोड़ा जाता. इसी इंटरव्यू में ख्वाजा आसिफ ने भारत के साथ संभावित पूर्ण युद्ध की चेतावनी भी दी. उन्होंने कहा कि अगर भारत की तरफ से कोई बड़ा कदम उठाया गया, तो पाकिस्तान की तरफ से भी प्रतिक्रिया दी जाएगी. उन्होंने साथ में यह भी जोड़ा कि वे बातचीत से समाधान की उम्मीद रखते हैं. उन्होंने भारत पर यह आरोप भी लगाया कि हालिया पहलगाम हमला ‘फॉल्स फ्लैग ऑपरेशन’ हो सकता है.
पश्चिमी देशों की नीति पर सवाल
आसिफ ने पश्चिमी देशों की नीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि वे पाकिस्तान को आसानी से दोषी ठहरा देते हैं, जबकि अतीत में पाकिस्तान ने अमेरिका की ओर से सोवियत संघ के खिलाफ मोर्चा संभाला था. आज जिन लोगों को आतंकवादी कहा जा रहा है, वे कभी अमेरिकी सत्ता के मेहमान थे. उन्होंने यह भी जोड़ा कि अमेरिका ने उन्हें अफगानिस्तान में एक रणनीतिक मोहरे के रूप में इस्तेमाल किया.
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डोनाल्ड ट्रंप से भी हस्तक्षेप की अपील
स्काई न्यूज को दिए इंटरव्यू में पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि भारत और पाकिस्तान दोनों परमाणु शक्ति संपन्न देश हैं, इसलिए वैश्विक समुदाय को हालात को लेकर चिंता करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि दोनों देशों को फिर से बातचीत की मेज पर आना चाहिए. विदेश मामलों के जानकर का मानना है कि यह बयान पाकिस्तान की उस रणनीति की ओर इशारा करता है जिसके तहत वह अंतर्राष्ट्रीय मध्यस्थता चाहता है और विदेशी मंचों पर युद्ध के खतरे को उजागर कर रहा है. इसके साथ ही उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से भी हस्तक्षेप की अपील की है. आसिफ ने आगाह किया कि अगर युद्ध बड़े पैमाने पर हुआ तो उसके परिणाम भी उतने ही गंभीर होंगे.
भारत ने हमले के बाद कई कड़े कदम उठाए
आपको बता दें, भारत ने इस हमले के बाद कई कड़े कदम उठाए हैं. जिसमें अटारी बॉर्डर को बंद करना, पाकिस्तान के नागरिकों को 48 घंटे के भीतर भारत छोड़ने का आदेश दिया समेत 1960 की सिंधु जल संधि को भी निलंबित करना शामिल है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साफ संदेश दिया है कि इस हमले के पीछे जो भी हैं, उन्हें ऐसी सजा मिलेगी जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती. उन्होंने कहा कि अब आतंकवाद के बचे-खुचे अड्डों को भी जड़ से खत्म कर दिया जाएगा.
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ख्वाजा आसिफ
आतंकवाद पर पाकिस्तानी रक्षा मंत्री का कबूलनामा, अमेरिका को लेकर भी कही बड़ी बात; ख्वाजा आसिफ का बयान हुआ वायरल