Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद पूरा देश एकजुट दिखा था. ऐसे में कांग्रेस ने भी केंद्र सरकार के सुर में सुर मिलाकर पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने में पूरी तरह साथ देने का ऐलान किया था. इसके बावजूद कांग्रेस हर दिन बीतने के साथ पहलगाम हमले को लेकर अपने रिएक्शन के कारण किसी न किसी वजह से विवादों में फंसती जा रही है. मंगलवार को भी कांग्रेस के एक ट्वीट ने हंगामा मचा दिया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसी इमेज का सिर हटाकर उसे 'गायब' टैगलाइन के साथ पोस्ट कर दिया गया. कांग्रेस का मकसद इसके जरिये पीएम मोदी को देश पर संकट के समय 'गायब' दिखाने का था, लेकिन यह दांव उल्टा पड़ गया. इस पोस्ट को लेकर जहां एकतरफ भाजपा ने कांग्रेस को पाकिस्तान के इशारे पर काम करने वाला 'लश्कर-ए-पाकिस्तान' संगठन बताया है, वहीं पीएम मोदी के इस फोटो को 'सर तन से जुदा' से जोड़कर इसे ही कांग्रेस की विचारधारा साबित करने की कोशिश की. यह पहला मौका नहीं है, जब पहलगाम हमले के बाद कांग्रेस का कोई रिएक्शन इस तरह आलोचना में घिर गया है. आखिरकार कांग्रेस लगातार ऐसी गलतियां क्यों कर रही है? चलिए समझने की कोशिश करते हैं.
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सर्वदलीय बैठक में दिखाई थी कांग्रेस ने एकजुटता
पहलगाम हमले के बाद कांग्रेस ने केंद्र सरकार की तरफ से बुलाई सर्वदलीय बैठक में एकजुटता दिखाई थी. कांग्रेस ने बैठक में कहा था कि यह (पहलगाम हमला) कोई राजनीतिक एजेंडा नहीं है. कांग्रेस का केवल एक फॉर्मूला है और वो है एकता. कांग्रेस के इस कदम को आम जनता ने भी सराहा था, लेकिन इसके बाद चीजें बिगड़ती चली गई हैं.
'गायब' पोस्ट से पहले भी लगातार कर रही कांग्रेस गलतियां
कांग्रेस ने पहलगाम हमले को लेकर सर्वदलीय बैठक में एकजुटता दिखाने के बाद अपने रिएक्शन में लगातार गलतियां की हैं. चलिए आपको कांग्रेस नेताओं के कुछ रिएक्शन के बारे में बताते हैं, जो भारत के बजाय पाकिस्तान के समर्थन में दिखाई दिए हैं.
- कर्नाटक के मंत्री गुंडु राव का बयान: कर्नाटक के मंत्री दिनेश गुंडु राव ने कहा कि गोधरा (दंगों) ने मोदी को गुजरात चुनाव में मदद दी थी और पहलगाम हमला बिहार (चुनाव) के लिए हुआ है. गुंडु राव के इस बयान के बाद हंगामा मचा हुआ है और भाजपा ने कांग्रेस पर पाकिस्तान की भाषा बोलने का आरोप लगाया है.
#WATCH | Bengaluru | On Congress's 'Gayab' post targeting PM Modi, Karnataka Minister Dinesh Gundu Rao says, "...What Congress wanted to say was - where is Mr Modi, is he addressing the media? Is he clarifying anything? Can people ask him what has happened?...Pulwama helped him… pic.twitter.com/jo3r0nTR6y
— ANI (@ANI) April 29, 2025
- कर्नाटक के मंत्री आरबी तिम्मापुर का बयान: कर्नाटक की कांग्रेस सरकार के मंत्री आरबी तिम्मापुर ने कहा कि मेरे हिसाब से आतंकियों ने हमला करते समय धर्म के बारे में नहीं पूछा. अगर पूछा भी था तो धर्म के आधार पर मुद्दे का राजनीतिकरण करने के लिए ऐसे बयान का इस्तेमाल करने का पागलपन नहीं होना चाहिए.
- कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया का बयान: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि पाकिस्तान के साथ इस मुद्दे पर युद्ध करने की जरूरत नहीं है. हम इसके पक्ष में नहीं है. इसके बजाय हमें अपनी सुरक्षा व्यवस्था के लिए कठोर कदम उठाने चाहिए. हालांकि आलोचना होने के बाद सिद्धारमैया सफाई देने लगे कि मैंने महज इतना कहा कि युद्ध समाधान नहीं है. टूरिस्ट्स को सुरक्षा देने की जिम्मेदारी किसकी थी?
- पूर्व केंद्रीय मंत्री सैफुद्दीन सोज का बयान: जम्मू-कश्मीर के कांग्रेस नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री सैफुद्दीन सोज ने तो सीधे पाकिस्तान का समर्थन कर दिया. उन्होंने कहा कि यदि पाकिस्तान कह रहा है कि उसका इस हमले के पीछे हाथ नहीं है तो हमें ये बात मान लेनी चाहिए.
- कांग्रेस की संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग: केंद्र सरकार को सर्वदलीय बैठक में हर तरह का कदम उठाने की इजाजत देने के बाद अब कांग्रेस पहलगाम पर चर्चा के लिए संसद का विशेष सत्र चाहती है. नेता विपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इसकी मांग की है, जिसे ऐसे समय में बेतुका माना जा रहा है, जब सरकार रात-दिन पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई तय करने के लिए हाई-लेवल मीटिंग्स से जूझ रही है.
क्यों बदल गए हैं कांग्रेस के सुर?
पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए हमले के बाद सर्वदलीय बैठक में सरकार के साथ खड़ी दिखी कांग्रेस के सुर एक सप्ताह में ही क्यों बदल गए हैं? दरअसल इसके पीछे कांग्रेस की कोशिश प्रधानमंत्री मोदी को 'कमजोर नेता' के तौर पर दिखाने की है. यह वही चाल है, जिसके दम पर भाजपा ने साल 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले गेम पलटा था. दरअसल भाजपा ने भी उस समय अभियान इस बात पर फोकस किया था कि कांग्रेस सरकार के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह कमजोर नेता हैं, जो आतंकी हमलों को रोकने में और पाकिस्तान को सबक सिखाने में नाकाम रहे हैं. अब पहलगाम हमले के बाद जब पूरा देश पाकिस्तान के खिलाफ तगड़ा एक्शन करने की मांग कर रहा है तो कांग्रेस को उम्मीद है कि वो पीएम मोदी को 'कमजोर नेता' के तौर पर पेश करने में सफल रहेगी.
क्यों बेकार हो सकता है कांग्रेस का यह दांव?
कांग्रेस का यह दांव अपने नेताओं की बयानबाजी से उल्टा उसके ही खिलाफ माहौल बनने के अलावा और भी कई कारणों से बेकार हो सकता है. दरअसल पहलगाम हमले के समय सऊदी अरब में मौजूद पीएम मोदी तत्काल वापस लौट आए. इसके बाद से लगातार पाकिस्तान पर शिकंजा कसा जा रहा है. पाकिस्तान के खिलाफ अमेरिका और रूस, दोनों का समर्थन हासिल करने में पीएम मोदी सफल रहे हैं. पाकिस्तान के खिलाफ पुराना रिकॉर्ड भी मोदी को मनमोहन की तुलना में मजबूत नेता साबित करता है, जिसमें उरी अटैक के बाद सर्जिकल स्ट्राइक और पुलवामा अटैक के बाद एयर स्ट्राइक शामिल है. ऐसे में यही कहा जा सकता है कि कांग्रेस अपने लिए परेशानियां ही खड़ी कर रही है, लेकिन इसे समझ नहीं रही है और यही कारण है कि उसकी तरफ से पहलगाम हमले के रिएक्शन में 'अशिष्टता' लगातार बढ़ती जा रही है.
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'गायब' फोटो पर हंगामा, पहलगाम हमले पर कांग्रेस के रिएक्शन में आखिर क्यों हो रही लगातार गड़बड़?