भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने गुरुवार 17 अप्रैल को अभिषेक नायर के साथ सीनियर नेशनल टीम के सपोर्ट स्टाफ के तीन अन्य सदस्यों को बर्खास्त कर दिया. हालांकि बोर्ड की ओर से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन कई मीडिया रिपोर्टों में दावा किया गया है कि बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारत के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद यह फैसला लिया गया है. नायर को उनकी नियुक्ति के आठ महीने बाद ही बर्खास्त कर दिया गया. संयोग से, मुंबई के पूर्व ऑलराउंडर को सहायक कोच की भूमिका के लिए मुख्य कोच गौतम गंभीर ने समर्थन दिया था. वह भारत की विजयी चैंपियंस ट्रॉफी अभियान के दौरान सहयोगी स्टाफ का भी हिस्सा थे.
नायर जनवरी में आयोजित बीसीसीआई की समीक्षा बैठक के बाद पहले बड़े एक्शन्स में से एक बन गए हैं, जो भारत के ऑस्ट्रेलिया के निराशाजनक दौरे के बाद बुलाई गई थी. बैठक में मुख्य कोच गंभीर, कप्तान रोहित शर्मा, मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर और बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया शामिल हुए थे.
🚨 BCCI CHANGE COACHING STAFF. 🚨
— Mufaddal Vohra (@mufaddal_vohra) April 17, 2025
- The BCCI set to remove Abhishek Nayar from the coaching duties. (Abhishek Tripathi). pic.twitter.com/qqlqrB77i5
भारत ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 1-3 से गंवा दी, जो 2014 के बाद से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उसकी पहली टेस्ट सीरीज हार थी. भारत की लड़खड़ाती टेस्ट बल्लेबाजी को लेकर चिंताएं सीरीज के बाद की समीक्षा में मुख्य थीं.
घरेलू टीमों को कोचिंग देने के अपने सीमित अनुभव के बावजूद, 41 वर्षीय नायर ने युवा और वरिष्ठ दोनों खिलाड़ियों को सलाह देने के लिए व्यापक रूप से पहचान बनाई है. उन्होंने अपने कौशल को निखारने की चाह रखने वाले खिलाड़ियों के साथ बड़े पैमाने पर काम किया है और पर्दे के पीछे उनके योगदान की प्रशंसा की गई है.
Well, someone had to take the fall. The coach and captain were big names, so Abhishek Nayar was made the scapegoat.
— Varun Giri (@Varungiri0) April 17, 2025
हाल ही में, केएल राहुल ने व्हाइट-बॉल क्रिकेट में अपने पुनरुत्थान का श्रेय नायर को दिया, जबकि वरुण चक्रवर्ती ने भारत की चैंपियंस ट्रॉफी जीत और 2024 में कोलकाता नाइट राइडर्स के खिताबी अभियान के दौरान उनके प्रभाव को स्वीकार किया.
Abhishek Nayar getting removed after a few Indian batters openly praised and credited him for helping them out.
— Silly Point (@FarziCricketer) April 17, 2025
नायर के अचानक बाहर होने से सोशल मीडिया पर आलोचनाओं की लहर दौड़ गई है, जिसमें कई प्रशंसक इस फैसले पर सवाल उठा रहे हैं और आरोप लगा रहे हैं कि उन्हें भारत की हालिया टेस्ट विफलताओं के लिए बलि का बकरा बनाया गया है.
गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले, भारत को न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में ऐतिहासिक 0-3 से हार का सामना करना पड़ा था. अनुभवी बल्लेबाज रोहित शर्मा और विराट कोहली दोनों सीरीज में अच्छा प्रदर्शन करने में विफल रहे, जिससे टीम के बल्लेबाजी प्रदर्शन पर सवाल उठने लगे.
Abhishek Nayar helped Nitish Reddy when it comes to handling the short ball. One could also see him playing more in the V in Australia. S Iyer, Rahul, Raghuvanshi, Karthik...
— Bharath Ramaraj (@Fancricket12) April 17, 2025
विशेष रूप से, जब बीसीसीआई ने चैंपियंस ट्रॉफी से पहले सीतांशु कोटक को बल्लेबाजी कोच नियुक्त किया, तो भारतीय टीम में नायर की भूमिका खतरे में पड़ गई.
वहीं इन तमाम बातों के बीच न्यूज़ एजेंसी पीटीआई ने दावा किया कि 2024-25 सत्र के दौरान सहयोगी स्टाफ के एक सदस्य और एक वरिष्ठ स्टार खिलाड़ी के बीच चल रही खींचतान में अभिषेक नायर बलि का बकरा बन गए.
They sacked Abhishek Nayar because he was an easy target. They lacked the courage to sack head coach Gautam Gambhir, who was responsible for India’s losses against SL, NZ, and Aus. They also did not sack the selfless captain, Rohit Sharma, the whose batting average was just 6.20 pic.twitter.com/IpumZTkJW1
— Yash✨ (@Staid_99) April 17, 2025
पीटीआई ने बीसीसीआई के एक सूत्र के हवाले से इस बात पर बल दिया कि, 'भारत की हाल की टेस्ट हार (न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ) ने इस विवाद को जन्म दिया है, लेकिन बीसीसीआई में यह भी भावना है कि नायर सहयोगी स्टाफ के एक महत्वपूर्ण सदस्य और एक वरिष्ठ स्टार खिलाड़ी के बीच चल रही लड़ाई में बलि का बकरा बन गए.'
इसके अलावा, फील्डिंग कोच टी दिलीप और स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग कोच सोहम देसाई को भी उनके तीन साल के कार्यकाल पूरा होने के बाद उनके पद से मुक्त कर दिया गया.
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क्या BCCI के हाथों बलि का बकरा बने Abhishek Nayar? सोशल मीडिया पर फैंस की यही है राय!