कहते हैं कि एक किताब और कलम दुनिया बदल सकती है. टीचिंग केवल एक पेशा नहीं है बल्कि टीचर स्टूडेंट्स को अपनी खुद की ताकत खोजने के लिए प्रोत्साहित भी करते हैं. आजकल डिजिटल गुरुओं ने इंटरनेट पर तूफान मचाया हुआ है. खान सर, डॉ. विकास दिव्यकीर्ति (दृष्टि IAS) और अवध ओझा सर हमारे देश के कुछ ऐसे ही जाने-माने शिक्षक हैं. ऐसे ही एक टीचर अलख पांडे भी हैं जो एड-टेक यूनिकॉर्न फिजिक्स वाला के संस्थापक और सीईओ हैं.
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भारत के सबसे सफल शिक्षकों में से एक अलख पांडेय देश के सबसे अमीर टीचर्स में से एक हैं. वह संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई), राष्ट्रीय पात्रता प्रवेश परीक्षा (नीट), कैट और दूसरी कई प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में मार्गदर्शन करते हैं. हर साल हजारों उम्मीदवार इन परीक्षाओं में बैठते हैं लेकिन उनमें से कुछ ही सफल हो पाते हैं. ऐसे चुनौतीपूर्ण समय में छात्रों को दृढ़ निश्चयी बने रहना चाहिए और सफलता हासिल करने के लिए लगन से काम करना चाहिए. अलख पांडे ने खुद भी कई बार असफलताओं का सामना किया है जिसमें जेईई में असफल होना भी शामिल है लेकिन उन्होंने कभी भी अपने संकल्प को डगमगाने नहीं दिया.
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फिजिक्स वाला की संपत्ति कितनी है
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में जन्मे अलख पांडेय ने प्रतीक माहेश्वरी के साथ मिलकर 'फिजिक्स वाला' की यात्रा शुरू की थी जिसका लक्ष्य भारत में स्टूडेंट्स को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा सुलभ कराना था. यूट्यूब से शुरू हुआ यह सफर अब एक बड़ा एजुकेशनल प्लेटफॉर्म बन चुका है. यहां कक्षा 6 से 12 तक के छात्रों और JEE और NEET परीक्षाओं की तैयारी करने वालों को गाइड किया जाता है. जहां स्टूडेंट्स को सैंपल पेपर, NEET, JEE Mains, BITSAT के पिछले साल के पेपर भी मुहैया कराए जाते हैं.
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अलख पांडेय भारत के एड-टेक सेक्टर का उभरता नाम हैं और मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उनकी कुल संपत्ति 2,000 करोड़ रुपये से अधिक है. बहुत कम लोग जानते हैं कि वे कभी एक्टर बनना चाहते थे. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पांडेय को भारतीय एड-टेक दिग्गज अनएकेडमी में पढ़ाने के लिए 75 करोड़ रुपये का ऑफर दिया गया था. उन्होंने खुद भी कई इंटरव्यू में यह बात कही हालांकि उन्होंने कंपनी का नाम कभी नहीं बताया. उन्होंने इस ऑफर को स्वीकार करने की जगह भारत में वंचित और गरीब स्टूडेंट्स को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए अपना अलग ही रास्ता चुना.
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खुद IIT नहीं जा पाए तो अब औरों को पहुंचा रहे
आर्थिक तंगी का सामना करते हुए अलख पांडेय ने 8वीं कक्षा से ही ट्यूशन पढ़ाना शुरू कर दिया था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उनके माता-पिता ने उनकी और उनकी बहन की पढ़ाई के लिए अपना घर भी बेच दिया था. एक होनहार छात्र के रूप में उन्होंने 10वीं कक्षा में 91% और 12वीं कक्षा में 93.5% अंक हासिल किए. हालांकि 22 साल की उम्र में उन्होंने इंजीनियरिंग कॉलेज छोड़ दिया और फिजिक्स पढ़ाने के लिए इलाहाबाद लौट आए. यहां उन्हें शुरू में सिर्फ 5,000 रुपये प्रति माह मिलते थे.
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अलख पांडेय ने आईआईटी में जाने का सपना देखा था लेकिन वह प्रवेश परीक्षा पास नहीं कर पाए. निराश होकर उन्होंने अपनी पढ़ाई जारी रखने के लिए कानपुर के हरकोर्ट बटलर टेक्निकल इंस्टीट्यूट में दाखिला लिया. हालांकि बाद में उन्होंने पढ़ाई छोड़कर अलग रास्ता चुनने का फैसला लिया. उन्होंने फिजिक्स वाला की स्थापना की. आज PW ऐप पर 10 मिलियन से ज़्यादा स्टूडेंट्स हैं. PW अपने 80 YouTube चैनलों के ज़रिए 8 स्थानीय भाषाओं में 36 मिलियन से ज़्यादा स्टूडेंट्स को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा भी देता है.
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Physics Wallah Alakh Pandey
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