कॉमेडियन समय रैना (Samay Raina) के दिन कुछ अच्छे नहीं चल रहे हैं. कुछ महीनों पहले उनका शो इंडियाज गॉट लेटेंट (India's Got Latent) विवादों में आ गया था. उनके शो में गेस्ट के तौर पर आए यूट्यूबर रणवीर इलाहाबादिया ने पेरेंट्स को लेकर ऐसा कमेंट किया जिसके बाद से विवाद शुरू हो गया था. मामले में रणवीर के साथ ही साथ समय रैना के खिलाफ भी केस दर्ज हुआ था. यहां तक कि उनका शो बंद हो गया है. अब समय एक और विवाद में फंद गए हैं. जी हां, उन्होंने फिर से एक विवादित बयान दिया है. आइए जानते हैं आखिर पूरा मामला क्या है.
हाल ही में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर हुई है जिसमें समय रैना पर आरोप लगाया गया है कि उनके कुछ वीडियो विकलांग व्यक्तियों का मजाक उड़ाते हैं. सुप्रीम कोर्ट ने वीडियो पर चिंता व्यक्त की और उन्हें परेशान करने वाला बताया है. आवेदक ने दावा किया कि रैना ने अपने दो वीडियो में स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी (एसएमए) से पीड़ित रोगियों के उपचार का मजाक उड़ाया है, और अंधे और क्रॉस-आइड व्यक्तियों का भी मजाक उड़ाया है. खबरों की मानें तो आवेदन दायर करने वाले क्योर एसएमए फाउंडेशन ने मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है.
फाउंडेशन ने कोर्ट में कहा '10 महीने पहले समय रैना ने एक स्टैंडअप में कहा था 'देखो चैरिटी अच्छी बात है, करनी चाहिए. मैं एक चैरिटी देख रहा था, जिसमें एक दो महीने का बच्चा है, जिसे कुछ तो क्रेजी हो गया है जिसके इलाज के लिए उसे 16 करोड़ रुपए का इंजेक्शन चाहिए.'
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इस दौरान शो में बैठी एक महिला से समय ने सवाल किया 'मैम, आप बताइए...अगर आप वो मां होतीं और आपके बैंक में 16 करोड़ रुपए आ जाते/ एक बार तो अपने पति को देखकर बोलती ना कि मंहगाई बढ़ रही है, क्योंकि कोई गांरटी नहीं है कि वो बच्चा उस इंजेक्शन के बाद भी बचेगा. मर भी सकता है. सोचो इंजेक्शन के बाद मर गया/ उससे भी खराब सोचो कि 16 करोड़ के इंजेक्शन के बाद बच्चा बच गया, फिर बड़ा होकर बोले कि मैं पोएट बनना चाहता हूं.'
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Samay Raina
Samay Raina ने उड़ाया नवजात का मजाक, सुप्रीम कोर्ट ने फिर लगाई फटकार