कैंसर (Cancer Risk) एक ऐसी घातक बीमारी है, जिसके नाम से ही लोग खौफ खाते हैं. हाल ही में आई एक स्टडी में चौंकाने वाला दावा किया गया है. इस स्टडी के मुताबिक, किचन में मौजूद कुकिंग ऑयल ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ा सकता है. आइए जानें आखिर क्या है इसके पीछे की वजह...
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द कन्वर्सेशन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कॉमन कुकिंग ऑयल्स में लिनोलिक एसिड (Linoleic Acid) नामक तत्व होता है, यह ट्रिपल-नेगेटिव ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक यह ब्रेस्ट कैंसर का सबसे खतरनाक टाइप है, जिसमें मरीजों के जीवित रहने की संभावना काफी कम होती है.
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स्टडी में पाया गया है कि लिनोलिक एसिड कैंसर कोशिकाओं में एक विशेष प्रोटीन FABP5 से जुड़ता है. यह जुड़ाव एक ग्रोथ पाथवे को सक्रिय करता है और इसकी वजह से ट्यूमर की ग्रोथ तेज हो जाती है. वैज्ञानिकों की मानें तो कई खाने-पीने की चीजों में लिनोलिक एसिड पाया जाता है, इससे घबराने की जरूरत नहीं है.
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खाना पकाने वाले तेल सीधे तौर पर ब्रेस्ट कैंसर का कारण नहीं बनते हैं. कैंसर के रिस्क फैक्टर्स जेनेटिक्स, ओवरऑल डाइट, एनवायरनमेंटल एक्सपोजर और फैमिली हिस्ट्री शामिल है. ऐसी स्थिति में जो लोग कैंसर की हाई रिस्क कैटेगरी में आते हैं, उन्हें इससे ज्यादा सावधानी बरतनी चाहिए.
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एक्सपर्ट्स के मुताबिक लिनोलिक एसिड एक ओमेगा-6 फैटी एसिड है, जो सोयाबीन ऑयल, सनफ्लॉवर ऑयल और कॉर्न ऑयल में पाया जाता है. इसके अलावा कई अन्य सीड्स ऑयल में भी लिनोलिक एसिड अच्छी मात्रा में होता है.
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यह पोर्क मीट, अंडा और अन्य एनिमल प्रोडक्ट में भी पाया जाता है. इसलिए इन चीजों को रोज खाने से शरीर में सूजन बढ़ सकती है और इससे कैंसल सेल्स के विकास को बढ़ावा मिल सकता है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करें.)