कांग्रेस पार्टी आगामी चुनावी दौर को लेकर अपनी रणनीतियों में बदलाव करने जा रही है. पार्टी की महत्वपूर्ण बैठक मंगलवार को अहमदाबाद में शुरू हो रही है, जिसमें नेतृत्व और संगठन को लेकर बड़े फैसले हो सकते हैं. एक ओर जहां कांग्रेस गुजरात विधानसभा चुनाव 2027 की दिशा में अपनी रणनीति को लेकर गंभीर है, वहीं दूसरी ओर प्रियंका गांधी को पार्टी में एक और अधिक सक्रिय और बड़ी भूमिका दी जा सकती है. कांग्रेस की यह बैठक, प्रियंका गांधी के भविष्य की राजनीतिक भूमिका पर स्पष्टता लाने के साथ-साथ पार्टी की रणनीतिक दिशा को फिर से तय करने का एक अहम अवसर साबित हो सकती है.
प्रियंका गांधी की भूमिका पर जोर
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के मुताबिक प्रियंका गांधी की भूमिका को आगामी चुनावों में और मजबूत किया जा सकता है. पार्टी की योजना है कि वह प्रियंका को एक अहम राज्य या चुनावी जिम्मेदारी सौंपे, ताकि वह पार्टी को ज्यादा प्रभावी तरीके से प्रस्तुत कर सकें. प्रियंका गांधी फिलहाल कांग्रेस की महासचिव हैं, लेकिन उन्हें अब तक किसी विशिष्ट प्रदेश या क्षेत्रीय नेतृत्व की जिम्मेदारी नहीं दी गई है. पार्टी सूत्रों का कहना है कि यह समय है जब प्रियंका को पार्टी की रणनीतियों में एक प्रमुख भूमिका दी जाए, खासकर जब देश में 6 महत्वपूर्ण राज्य चुनाव सामने हैं.
स्पष्ट और प्रभावशाली भूमिका देने पर विचार
उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों में उनके प्रभावशाली चुनावी अभियानों के कारण प्रियंका गांधी की राजनीतिक पहचान पहले ही बन चुकी है. हालांकि, पिछले कुछ महीनों से उनकी भूमिका को लेकर असमंजस की स्थिति रही है. अब कांग्रेस नेतृत्व ने उन्हें और अधिक स्पष्ट और प्रभावशाली भूमिका देने पर विचार शुरू कर दिया है. पार्टी की यह बैठक इस संदर्भ में एक 'रिसेट मोमेंट' मानी जा रही है, जिसमें पार्टी अपने आंतरिक संगठन और चुनावी रणनीति को पुनः परिभाषित करेगी.
CWC में भी प्रमुख स्थान मिलने की संभावना
पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक, प्रियंका गांधी को अहमदाबाद बैठक में न केवल राज्य स्तर पर जिम्मेदारी दी जा सकती है, बल्कि उन्हें पार्टी की राष्ट्रीय कार्यवाहक समिति (CWC) में भी एक प्रमुख स्थान मिलने की संभावना है. इस बैठक में पार्टी संगठन में विकेंद्रीकरण, गठबंधन प्रबंधन और जनता तक अधिक पहुंच बनाने पर जोर दिया जाएगा, जो आगामी चुनावों की तैयारियों का महत्वपूर्ण हिस्सा बनेंगे.
बीजेपी के गढ़ को साधने की कोशिश
अहमदाबाद में होने वाली दो दिवसीय कांग्रेस की इस बैठक को कांग्रेस के लिए एक ऐतिहासिक क्षण माना जा रहा है. यह बैठक ना केवल कांग्रेस की आंतरिक रणनीतियों को लेकर अहम फैसले लेने के लिए आयोजित की जा रही है, बल्कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य गुजरात में पार्टी की चुनावी जमीन मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम हो सकता है. राहुल गांधी ने संसद में अपने एक बयान में कहा था कि भारत जोड़ो गठबंधन (INDIA) गुजरात में बीजेपी को हराएगा और यही बयान अब कांग्रेस के लिए एक नारा बन चुका है.
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अहमदाबाद में कांग्रेस की अहम बैठक, प्रियंका गांधी को मिल सकता है बड़ा रोल, 2027 के गुजरात चुनाव के लिए नई रणनीति पर चर्चा