Punjab News: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले (Pahalgam Attack) के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच जबरदस्त तनाव चल रहा है. पाकिस्तान को भारत की तरफ से जवाबी कार्रवाई का खतरा सता रहा है. इसके चलते पाकिस्तान ने भारत से सटी सीमा पर सख्त सुरक्षा व्यवस्था कर रखी हैं. इस दौरान पंजाब के फिरोजपुर जिले में एक ऐसी घटना हुई है, जिसके चलते भारत को पाकिस्तान से अपील करनी पड़ी है. दरअसल पाकिस्तान से सटे इंटरनेशनल बॉर्डर पर ड्यूटी दे रहा सीमा सुरक्षा बल (BSF) का एक जवान गलती से सीमा पार चला गया है, जिसे पाकिस्तान रेंजर्स ने हिरासत में ले लिया है. बीएसएफ की तरफ से पाकिस्तान रेंजर्स से उसके जवान को वापस लौटाने की मांग की गई है, लेकिन पाकिस्तान ने इसे ठुकरा दिया है. फिलहाल दोनों देशों के बीच गुरुवार शाम को फिर से फ्लैग मीटिंग शुरू हुई है. इस मीटिंग के बाद ही तय होगा कि पाकिस्तान भारतीय जवान को वापस लौटा रहा है या उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई को अंजाम दे रहा है.
फसल काटते किसानों की निगरानी करते समय हुई गलती
बीएसएफ का जो जवान सीमा पार पकड़ा गया है, उसकी तैनाती कुछ दिन पहले ही यहां हुई है. उसकी ड्यूटी नो मेंस लैंड के करीब कंटीली तार वाली सीमा पर लगी हुई थी. बुधवार को वह यहां गेहूं की फसल काट रहे किसानों की निगरानी कर रहा था. इसी दौरान सीमा की पहचान नहीं होने के कारण गलती से वह पाकिस्तानी सीमा में घुस गया, जिसके बाद पाकिस्तानी रेंजर्स ने उसे हिरासत में ले लिया.
बुधवार देर रात भी हुई थी दोनों देशों की फ्लैग मीटिंग
बीएसएफ ने अपने जवान को वापस लेने के लिए बुधवार देर रात पाक रेंजर्स के साथ फ्लैग मीटिंग की थी. इस मीटिंग में पाक रेंजर्स ने भारतीय जवान को वापस लौटाने की मांग को ठुकरा दिया था. इसके बाद दोनों देशों के बीच गुरुवार को फिर से फ्लैग मीटिंग रखने का निर्णय किया गया था. यह मीटिंग अभी शुरू हुई है, जिसका नतीजा आना बाकी है.
खेतों के बीच बनी है दोनों देशों की जीरो लाइन
आजादी के समय भारत और पाकिस्तान के बीच बंटवारे के दौरान असली विभाजन पंजाब राज्य का हुआ था, जिसका एक हिस्सा यहां और एक हिस्सा पाकिस्तान में चला गया था. इसके चलते दोनों देशों के बीच की सीमा रेखा खेतों में से होकर गुजर रही है. खेतों में सीमा की जीरो लाइन के दोनों तरफ किसान खेती करते हैं. जीरो लाइन के करीब बोई जाने वाली फसल को बोने और काटने के समय बीएसएफ के जवान किसानों के साथ 'किसान गार्ड' बनकर मौजूद रहते हैं. जीरो लाइन पर सिर्फ पिलर लगे होते हैं, जबकि सीमा पर लगी कंटीली तारें इससे थोड़ा पहले होती हैं. महज पिलर होने के चलते जीरो लाइन पर सीमा भटककर पाकिस्तान में घुस जाना या उधर के लोगों का भारत में घुस जाना आम बात है. इसके बावजूद रेंजर्स ने जानबूझकर BSF जवान को रिहा नहीं किया है.
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BSF के जवान पाकिस्तान से सटी सीमा पर गश्त करते हुए. (फाइल फोटो)
Pahalgam Attack के बीच सीमा पार पहुंचा BSF जवान, पाक रेंजर्स ने पकड़ा, चल रही छुड़ाने की कवायद