डीएनए हिंदीः आज आपको ऐसे मसाले के बारे में बताएंगे जो आसानी से आपके घुटने और जोड़ो के दर्द को ही दूर नहीं करेंगे, बल्कि ये इसकी असली वजह यूरिक एसिड को भी शरीर से बाहर कर देंगे. ये पीला मसाला कच्ची हल्दी है और इसके काढ़े को पीने से आपके शरीर की गंदगी भी दूर होगी और किडनी की सफाई होगी. इससे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ेगी.
आप चाहें तो हल्दी जो मसाले में यूज होती है उसे भी यूज कर सकते हैं. लेकिन कच्ची हल्दी पीना ज्यादा फायदेमंद होगा. अगर आप पाउडर हल्दी का यूज कर रहे तो इसे दूध संग पी सकते हैं. हल्दी में मौजूद करक्यूमिन सूजन और दर्द दोनों से ही लड़ने में मदद करता है.
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यूरिक एसिड के उच्च स्तर के कारण होने वाली सबसे आम समस्याओं में से एक है जोड़ों का दर्द. शुरुआती दौर में इस पर काबू नहीं पाया गया तो समय के साथ समस्या बढ़ती जाती है. केवल जोड़ों का दर्द ही नहीं, बल्कि हड्डियों और जोड़ों से जुड़ी अन्य स्वास्थ्य समस्याएं जैसे गठिया और ऑस्टियोपोरोसिस भी हाई यूरिक एसिड के कारण होती हैं. इसके अलावा, यूरिक एसिड के उच्च स्तर के कारण भी व्यक्ति को किडनी और मोटापे से संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जिसे हाइपरयूरिसीमिया कहा जाता है.
हाई यूरिक एसिड या हाइपरयूरिसीमिया के लक्षण:
- जोड़ों में तेज दर्द होगा
- जोड़ों में कठोरता
- जोड़ों को हिलाने-डुलाने में कठिनाई
- जोड़ों में रेडनेस और सूजन.
- जोड़ों का आकार बिगड़ जाता है
लेकिन हल्दी ऊपर बताई गई सारी ही समस्याओं का एक इलाज है. ये शरीर में यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित करने में अहम भूमिका निभाती है. हल्दी में आयुर्वेदिक गुण पाए जाते हैं जो बीमारियों से लड़ने में बहुत फायदेमंद होते हैं.
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हाई यूरिक एसिड के लिए हल्दी का इस्तेमाल कैसे करें?
हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीबायोटिक गुण भी होते हैं. कच्ची हल्दी को घिसकर पानी में उबाल लें और इसक काढ़ा पीएं या हल्दी वाला दूध पी लें. इससे हाई यूरिक एसिड को कंट्रोल करने और ब्लड प्रेशर को मेंटेन करने में काफी मदद मिलती है. यह बैक्टीरिया को दूर रखकर पाचन तंत्र को भी स्वस्थ रखता है. दूध में हल्दी डालने से हाइपरयूरिसीमिया के कारण पैरों में होने वाली सूजन भी कम हो जाती है. बेहतर परिणाम के लिए आप हल्दी वाले दूध में एक चुटकी काली मिर्च भी मिला सकते हैं.
हल्दी के अलावा मुलेठी, त्रिफला, गिलोय और अश्वगंधा से भी यूरिक एसिड को नियंत्रित किया जा सकता है.
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(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें।)
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