Global trade tension 2025: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा नए टैरिफ लागू करने के बाद से 50 से अधिक देशों ने व्यापार वार्ता शुरू करने के लिए व्हाइट हाउस से संपर्क किया है. शीर्ष प्रशासनिक अधिकारियों ने यह जानकारी दी. बता दें, टैरिफ के कारण बीते दिनों अमेरिकी शेयर बाजार बुरी तरह से प्रभावित रहा. 

वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बीते रविवार को अमेरिकी और वैश्विक बाजारों में गिरावट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि कभी-कभी आपको कुछ ठीक करने के लिए दवा लेनी पड़ती है. उन्होंने टैरिफ योजनाओं से पीछे हटने का कोई संकेत भी नहीं दिया.

ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेन्ट ने कहा कि पिछले बुधवार की घोषणा के बाद से 50 से अधिक देशों ने अमेरिका के साथ बातचीत शुरू कर दी, जिससे ट्रंप को ताकत मिल गई है. हालांकि, बेसेन्ट और अन्य अधिकारियों ने देशों के नाम नहीं बताए हैं और न ही वार्ता के बारे में कोई विस्तृत जानकारी दी है. यह जानकारी उन्होंने एनबीसी न्यूज के कार्यक्रम 'मीट द प्रेस' में दीं.

AFP की रिपोर्ट के अनुसार, डोनाल्ड ट्रम्प ने फ्लोरिडा में गोल्फ खेलने के बाद वाशिंगटन लौटते समय एयर फोर्स वन विमान में संवाददाताओं से कहा, 'कभी-कभी आपको कुछ ठीक करने के लिए दवा लेनी पड़ती है.'  उन्होंने अपने इस दावे को दोहराया कि व्यापारिक साझेदारों ने संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ 'बुरा' व्यवहार किया है और इसके लिए पिछले जो बाइडेन के नेतृत्व वाले प्रशासन को दोषी ठहराया. रॉयटर्स के अनुसार, उन्होंने कहा, 'हमारे साथ अन्य देशों द्वारा इतना बुरा व्यवहार किया गया है क्योंकि हमारे पास बेवकूफ नेतृत्व था जिसने ऐसा होने दिया.'

संयुक्त राज्य अमेरिका और वैश्विक स्तर पर वित्तीय बाजारों में उथल-पुथल पर ट्रंप ने कहा: 'बाजारों का क्या होगा, मैं आपको नहीं बता सकता. लेकिन हमारा देश बहुत मजबूत है.' अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संवाददाताओं को बताया कि उन्होंने सप्ताहांत में टैरिफ के मुद्दे पर विश्व नेताओं के साथ बातचीत की थी और दावा किया कि 'वे समझौता करने के लिए बेताब हैं.'

ट्रंप ने की रेसिप्रोकल टैरिफ की घोषणा

ट्रम्प द्वारा चीन के लिए 34% सहित कई देशों पर पारस्परिक टैरिफ की घोषणा ने अमेरिका और वैश्विक स्तर पर वित्तीय बाजारों को हिलाकर रख दिया. अमेरिकी शेयरों से लगभग 6 ट्रिलियन डॉलर का मूल्य समाप्त हो गया है.  ब्लूमबर्ग ने रिपोर्ट किया कि इस बीच, डोनाल्ड ट्रम्प के शीर्ष आर्थिक अधिकारियों ने निवेशकों की मुद्रास्फीति और मंदी की आशंकाओं को खारिज कर दिया है.' वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लुटनिक ने सीबीएस को बताया. उन्होंने कहा कि ट्रम्प ने 'इसकी घोषणा की और वह मजाक नहीं कर रहे थे.'

ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेंट ने एनबीसी को बताया कि 50 से ज़्यादा देशों ने ट्रंप प्रशासन से बात की है, लेकिन किसी भी बातचीत में समय लगेगा. बेसेंट ने कहा, 'ये लंबे समय से एक समस्या रही है. और यह ऐसी चीज नहीं है जिसे आप कुछ दिनों या हफ्तों में सुलझा सकते हैं.' हमें आगे का रास्ता देखना होगा. क्योंकि, आप जानते हैं, 20, 30, 40, 50 साल के बुरे व्यवहार के बाद, आप सिर्फ सब कुछ साफ नहीं कर सकते.'


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भारत का रुख क्या?

भारत सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि देश 26% टैरिफ के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करने की योजना नहीं बना रहा है. अधिकारी ने कहा कि संभावित समझौते के लिए अमेरिका के साथ बातचीत चल रही है. बता दें, अमेरिकी कस्टम्स एजेंटों ने शनिवारको कई देशों से सभी आयातों पर ट्रंप के एकतरफा 10% टैरिफ को वसूलना शुरू कर दिया है. 


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More than 50 countries are tense due to tariff there is chaos in the market but Donald Trump is firm on his decision
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टैरिफ से टेंशन में आए 50 से ज्यादा देश, बाजार में उथल-पुथल
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टैरिफ से टेंशन में आए 50 से ज्यादा देश, बाजार में उथल-पुथल, पर डोनाल्ड ट्रम्प अपने फैसले पर अडिग
 

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