Donald Trump on India-Pakistan Ceasefire: अपने बयानों से पलटने के लिए मशहूर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर पलटी मार दी है. ट्रंप ने गुरुवार को कतर की राजधानी दोहा में मीडिया से कहा कि मैंने भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता नहीं की बल्कि मैंने केवल मदद की थी. इससे पहले ट्रंप लगातार दावा कर रहे थे कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता करके सीजफायर कराया है. इससे भारत में सियासी हंगामा मचा हुआ है. हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद इस दावे को खारिज कर चुके हैं. उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान के DGMO की तरफ से जंग रोकने की गुहार लगाई गई थी, जिसके बाद हमने अपनी शर्तों पर सीजफायर की मंजूरी दी है. अब ट्रंप के अपने ही दावे से यू-टर्न मारने से पीएम मोदी की बात की पुष्टि भी हो गई है.
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क्या कहा ट्रंप ने दोहा में
व्हाइट हाउस के यूट्यूब चैनल पर अपलोड वीडियो में ट्रंप ने कहा,'मैं यह कहना नहीं चाहता कि मैंने (मध्यस्थता) किया, बल्कि मैं निश्चित हूं कि पिछले सप्ताह भारत और पाकिस्तान के बीच समस्या सुलझाने में मैंने मदद की थी. यह समस्या ज्यादा और ज्यादा गंभीर होती जा रही थी और अचानक आप अलग-अलग तरह की मिसाइल देखना शुरू कर देते हैं. तब हमने इसे सुलझाया.' ट्रंप ने आगे कहा,'मुझे आशा है कि मैं यहां से बाहर निकलूंगा और दो दिन बाद पता चलेगा कि यह अभी सुलझी नहीं है. मुझे लगता है कि यह सुलझ गया है और हमने उनसे व्यापार के बारे में बात की है. मैंने कहा कि आइए व्यापार करें. ये सुनकर भारत और पाकिस्तान बेहद खुश थे. मुझे लगता है कि अब वे इसी रास्ते पर हैं.'
फिर 1,000 साल से भारत-पाक की भिड़ंत का दावा कर गए ट्रंप
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप हालांकि एक बार फिर अपने बयान में गलती कर गए. उन्होंने कहा,'ये लोग (भारत-पाकिस्तान) 1000 सालों से लड़ते आ रहे हैं. इसलिए आप जानते हैं कि मैंने कहा, मैं इसे सुलझा सकता हूं. मुझे इसे सुलझाने दें. चलो उन सभी को एक साथ लाते हैं. मैं इस (समझौते) बारे में निश्चित नहीं हूं. यह एक कठिन सवाल है. वे लंबे समय से लड़ रहे हैं. इस बार यह (भारत-पाकिस्तान की जंग) वास्तव में नियंत्रण से बाहर होने वाला था.'
पहले किया था मध्यस्थता करने का दावा
इससे पहले ट्रंप ने अपने सभी बयानों में भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर करने में मध्यस्थता करने का दावा किया था. ट्रंप ने कहा था कि उन्होंने दोनों देशों के साथ व्यापार रोकने का प्रेशर डाला था और इसके बाद दोनों देश सीजफायर करने के लिए मान गए. हालांकि ट्रंप के इस दावे को भारत सरकार ने खारिज कर दिया था. भारत सरकार ने साफ कहा था कि दोनों देशों के डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशंस (DGMO) लेवल के अधिकारियों के बीच वार्ता हुई, जिसमें पाकिस्तान ने जंग रोकने की गुहार लगाई. इसके बाद ही यह सीजफायर हुआ है.
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भारत-पाक सीजफायर में मध्यस्थता के दावे से पलटे ट्रंप, बोले- मैंने बस दोनों को मिलाने में मदद की