भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने गुरुवार 17 अप्रैल को अभिषेक नायर के साथ सीनियर नेशनल टीम के सपोर्ट स्टाफ के तीन अन्य सदस्यों को बर्खास्त कर दिया. हालांकि बोर्ड की ओर से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन कई मीडिया रिपोर्टों में दावा किया गया है कि बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारत के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद यह फैसला लिया गया है. नायर को उनकी नियुक्ति के आठ महीने बाद ही बर्खास्त कर दिया गया. संयोग से, मुंबई के पूर्व ऑलराउंडर को सहायक कोच की भूमिका के लिए मुख्य कोच गौतम गंभीर ने समर्थन दिया था. वह भारत की विजयी चैंपियंस ट्रॉफी अभियान के दौरान सहयोगी स्टाफ का भी हिस्सा थे.

नायर जनवरी में आयोजित बीसीसीआई की समीक्षा बैठक के बाद पहले बड़े एक्शन्स  में से एक बन गए हैं, जो भारत के ऑस्ट्रेलिया के निराशाजनक दौरे के बाद बुलाई गई थी. बैठक में मुख्य कोच गंभीर, कप्तान रोहित शर्मा, मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर और बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया शामिल हुए थे.

भारत ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 1-3 से गंवा दी, जो 2014 के बाद से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उसकी पहली टेस्ट सीरीज हार थी.  भारत की लड़खड़ाती टेस्ट बल्लेबाजी को लेकर चिंताएं सीरीज के बाद की समीक्षा में मुख्य थीं.

घरेलू टीमों को कोचिंग देने के अपने सीमित अनुभव के बावजूद, 41 वर्षीय नायर ने युवा और वरिष्ठ दोनों खिलाड़ियों को सलाह देने के लिए व्यापक रूप से पहचान बनाई है. उन्होंने अपने कौशल को निखारने की चाह रखने वाले खिलाड़ियों के साथ बड़े पैमाने पर काम किया है और पर्दे के पीछे उनके योगदान की प्रशंसा की गई है.

हाल ही में, केएल राहुल ने व्हाइट-बॉल क्रिकेट में अपने पुनरुत्थान का श्रेय नायर को दिया, जबकि वरुण चक्रवर्ती ने भारत की चैंपियंस ट्रॉफी जीत और 2024 में कोलकाता नाइट राइडर्स के खिताबी अभियान के दौरान उनके प्रभाव को स्वीकार किया.

नायर के अचानक बाहर होने से सोशल मीडिया पर आलोचनाओं की लहर दौड़ गई है, जिसमें कई प्रशंसक इस फैसले पर सवाल उठा रहे हैं और आरोप लगा रहे हैं कि उन्हें भारत की हालिया टेस्ट विफलताओं के लिए बलि का बकरा बनाया गया है.

गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले, भारत को न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में ऐतिहासिक 0-3 से हार का सामना करना पड़ा था. अनुभवी बल्लेबाज रोहित शर्मा और विराट कोहली दोनों सीरीज में अच्छा प्रदर्शन करने में विफल रहे, जिससे टीम के बल्लेबाजी प्रदर्शन पर सवाल उठने लगे.

विशेष रूप से, जब बीसीसीआई ने चैंपियंस ट्रॉफी से पहले सीतांशु कोटक को बल्लेबाजी कोच नियुक्त किया, तो भारतीय टीम में नायर की भूमिका खतरे में पड़ गई.

वहीं इन तमाम बातों के बीच न्यूज़ एजेंसी पीटीआई ने दावा किया कि 2024-25 सत्र के दौरान सहयोगी स्टाफ के एक सदस्य और एक वरिष्ठ स्टार खिलाड़ी के बीच चल रही खींचतान में अभिषेक नायर बलि का बकरा बन गए.

पीटीआई ने बीसीसीआई के एक सूत्र के हवाले से इस बात पर बल दिया कि, 'भारत की हाल की टेस्ट हार (न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ) ने इस विवाद को जन्म दिया है, लेकिन बीसीसीआई में यह भी भावना है कि नायर सहयोगी स्टाफ के एक महत्वपूर्ण सदस्य और एक वरिष्ठ स्टार खिलाड़ी के बीच चल रही लड़ाई में बलि का बकरा बन गए.'

इसके अलावा, फील्डिंग कोच टी दिलीप और स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग कोच सोहम देसाई को भी उनके तीन साल के कार्यकाल पूरा होने के बाद उनके पद से मुक्त कर दिया गया.

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India Assistant Coach Abhishek Nayar sacked by BCCI in review meeting fans on social media calling him scapegoat reason disastrous Test tour of Australia
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क्या BCCI के हाथों बलि का बकरा बने Abhishek Nayar? फैंस की यही है राय! 
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तमाम क्रिकेट प्रेमी इस बात से स्तब्ध हैं कि बीसीसीआई ने अभिषेक नायर को बाहर कर दिया है
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क्या BCCI के हाथों बलि का बकरा बने Abhishek Nayar? सोशल मीडिया पर फैंस की यही है राय! 

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