Who is Nishikant Dubey: संसद के बनाए कानूनों से लेकर कार्रवाई तक को बार-बार कानून के फंदे में कसने की कोशिश में सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) खुद निशाने पर आ गया है. उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) के बाद अब भाजपा सांसद निशिकांत दुबे (Nishikant Dubey) ने शनिवार को सुप्रीम कोर्ट की जमकर खिंचाई की. निशिकांत ने वक्फ कानून पर देश में हो रही हिंसा से लेकर धार्मिक युद्ध जैसे हालात बनने का जिम्मेदार सुप्रीम कोर्ट और चीफ जस्टिस संजीव खन्ना (Sanjiv Khanna) को बताया. साथ ही सुप्रीम कोर्ट के कई पुराने फैसलों का जिक्र करते हुए कहा कि वह अपनी सीमा से बाहर जा रहा है. दुबे ने यहां तक कह दिया कि सुप्रीम कोर्ट को ही कानून बनाना है तो संसद भवन को बंद कर देना चाहिए.
#WATCH दिल्ली: भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा, "...देश में धार्मिक युद्ध भड़काने के लिए सुप्रीम कोर्ट जिम्मेदार है। सुप्रीम कोर्ट अपनी सीमा से बाहर जा रहा है...अगर हर बात के लिए सुप्रीम कोर्ट जाना है, तो संसद और विधानसभा का कोई मतलब नहीं है, इसे बंद कर देना चाहिए..." pic.twitter.com/ahVx2kzBgD
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 19, 2025
निशिकांत दुबे ने दिया सुप्रीम कोर्ट के इन फैसलों का उदाहरण
निशिकांत दुबे ने ANI के साथ बातचीत में सुप्रीम कोर्ट के जिन फैसलों का जिक्र करते हुए उस पर निशाना साधा है, वे निम्न हैं-
- दुबे ने कहा कि होमोसेक्सुअलिटी हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई हो या जैन, सभी धर्मों में अपराध है. सुप्रीम कोर्ट ने इसे अपराध मानने वाला आर्टिकल 377 ही निरस्त कर दिया.
- दुबे ने कहा कि महिलाओं-बच्चों के पोर्न आते हैं. इन्हें रोकने के लिए IT Act था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हम धार 66A और आईटी एक्ट को खत्म करते हैं.
- दुबे ने कहा कि रामजन्मभूमि, श्रीकृष्ण जन्मभूमि, ज्ञानवापी का मुद्दा आने पर सुप्रीम कोर्ट कागज मांगता है, लेकिन मुगलों के बाद की मस्जिदों का मुद्दा उठे तो कहता है कि आप कहां से कागज दिखाओगे. देश में धर्मयुद्ध के लिए सुप्रीम कोर्ट ही जिम्मेदार है.
- दुबे ने कहा कि वक्फ कानून को लेकर देश में होने वाले हर गृहयुद्ध के जिम्मेदार चीफ जस्टिस संजीव खन्ना हैं.
सीमा से बाहर जा रहा सुप्रीम कोर्ट
निशिकांत दुबे ने कहा कि संविधान का अनुच्छेद 141 कहता है कि हम यानी संसद से पास होने वाला कानून लोअर से सुप्रीम कोर्ट तक सब पर लागू है. अनुच्छेद 368 में संसद को कानून बनाने का अधिकार मिला है. सुप्रीम कोर्ट को केवल भारत के संविधान के तहत बने कानून की व्याख्या करनी चाहिए, लेकिन सुप्रीम कोर्ट अपनी सीमा से बाहर जा रहा है. आज सुप्रीम कोर्ट कह रहा है कि 3 महीने में राष्ट्रपति बता दें क्या करना है, 3 महीने में गवर्नर बता दें क्या करना है. यदि हर बात के लिए सुप्रीम कोर्ट जाना है तो संसद और विधानसभा का कोई मतलब नहीं है, इसे बंद कर देना चाहिए.
#WATCH | Delhi: BJP MP Nishikant Dubey says "Chief Justice of India, Sanjiv Khanna is responsible for all the civil wars happening in this country" https://t.co/EqRdbjJqIE pic.twitter.com/LqEfuLWlSr
— ANI (@ANI) April 19, 2025
कौन हैं निशिकांत दुबे, जान लीजिए सबकुछ
निशिकांत दुबे का जन्म 28 जनवरी, 1969 को बिहार के भागलपुर जिले के भवानीपुर में हुआ था. 56 साल के निशिकांत दुबे ने भागलपुर के मारवाड़ी कॉलेज से पढ़ाई की है. उन्होंने MBA करने के बाद PhD की पढ़ाई की है. उन्होंने साल 2018 में ग्रामीण इलाकों की गरीबी विषय पर शोध करके डॉक्ट्रेट की डिग्री पूरी की थी.
बचपन की दोस्त है पत्नी
निशिकांत दुबे के पिता का नाम राधेश्याम दुबे और मां का नाम वीणा दुबे है. उनकी पत्नी का नाम अनामिका गौतम है, जो उनकी बचपन की दोस्त है. दोनों ने साल 2000 में लवमैरिज की थी. इससे पहले दोनों लंबे समय तक एकसाथ रहे थे. दोनों के दो बेटे हैं, जो विदेश में पढ़ाई कर रहे हैं. अनामिका धान्यभूति एंटरप्राइजेज नाम की कंपनी चलाती हैं.
मल्टीनेशनल कंपनी में रहे हैं कॉरपोरेट हेड
निशिकांत दुबे राजनीति में आने से पहले कॉरपोरेट वर्ल्ड में रहे हैं. वे मल्टीनेशनल कंपनी ESSAR में कॉरपोरेट हेड के पद पर काम कर चुके हैं. यहीं से उनकी मुलाकात राजनेताओं से होने लगी और अलग झारखंड राज्य बनने के बाद वे राजनीति में एक्टिव हो गए. खासतौर पर देवघर एरिया उनकी कर्मस्थली रहा है, जहां AIIMS बनने से लेकर एयरपोर्ट बनने तक का श्रेय वे अपने प्रयासों को देते हैं.
झारखंड की गोड्डा सीट से हैं अजेय सांसद
निशिकांत दुबे ने राजनीति में भाजपा की सदस्यता लेकर एंट्री ली थी और उसके ही साथ जुड़े हुए हैं. भाजपा ने पहली बार उन्हें झारखंड की गोड्डा लोकसभा सीट से साल 2009 में एंट्री ली थी. कांग्रेस की लहर के बावजूद उन्होंने इस सीट पर तत्कालीन कांग्रेसी सांसद फुरकान अंसारी को हराकर हंगामा मचा दिया था. इसके बाद से दुबे इस सीट पर अजेय सांसद हैं. वे 2009 के बाद 2014 लोकसभा चुनाव, 2019 लोकसभा चुनाव और अब 2024 लोकसभा चुनाव जीते हैं. यहां से रिकॉर्ड लगातार चौथी बार सांसद बनने के लिए 6,93,140 वोट हासिल करते हुए कांग्रेस के प्रदीप यादव को 1,01,813 वोट से हराया है. झारखंड की 14 लोकसभा सीट पर चार बार सांसद बनने वाले वे पहले राजनेता हैं.
कितनी है निशिकांत दुबे की संपत्ति
साल 2019 के लोकसभा चुनाव में दिए हलफनामे के मुताबिक, निशिकांत दुबे की नेटवर्थ करीब 66.42 करोड़ रुपये है. इसके अलावा उनके पास कुल 74.7 करोड़ रुपये की संपत्ति है. उनके ऊपर 8.28 करोड़ रुपये की देनदारी है. दुबे के पास कई लग्जरी गाड़ियों के अलावा भागलपुर, पटना, मुंबई, गुरुग्राम और दिल्ली में उनके नाम से फ्लैट और फार्म हाउस भी हैं.
विवादों से रहा है दुबे का करीबी नाता
निशिकांत दुबे का विवादों से करीबी नाता रहा है. खासतौर पर वे अपने बेबाक बयानों के लिए बेहद चर्चा में रहते हैं. शनिवार (19 अप्रैल) को सुप्रीम कोर्ट के ऊपर बेबाक कमेंट करने से पहले भी कई बार उनके बयान चर्चित रह चुके हैं. संसद में इसी साल वे मुकेश अंबानी के बेटे की शादी में प्रियंका गांधी के जाने और राहुल गांधी को तोता कहने को लेकर विवाद में फंसे थे. इससे पहले वे झारखंड से बांग्लादेशी घुसपैठियों को बाहर करने के लिए संथाल परगने को अलग राज्य बनाने की मांग भी लोकसभा में उठा चुके हैं.
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कौन हैं Nishikant Dubey, जिन्होंने सुप्रीम कोर्ट से पूछा- क्या संसद बंद कर दें, जानें सबकुछ