दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Election 2025) में अब गिनती के दिन बचे हैं और आखिरी वक्त में तीनों मुख्य पार्टियों के आलाकमान भी प्रचार के लिए उतर गए हैं. समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने भी अरविंद केजरीवाल के साथ एक रोड शो किया है. इस बीच कुछ सीट ऐसी हैं जिन पर चुनावी संग्राम रोचक हो गया है. बादली की सीट पर मुख्य मुकाबला आप (AAP) और बीजेपी के बीच माना जा रहा है. हालांकि, कांग्रेस उम्मीदवार जिस अंदाज में चुनाव प्रचार कर रहे हैं उसस बोट बंटने का डर बन गया है.
बादली में हैट्रिक लगाने से चूकेंगे अजेश यादव?
बादली विधानसभा सीट की बात करें, तो पिछले दो विधानसभा चुनाव (Delhi Election) में यहां से आम आदमी पार्टी के अजेश यादव ने जीत दर्ज की है. अजेश तीसरी बार मैदान में हैं. उनका मुकाबला बीजेपी के दीपक चौधरी के साथ है. कांग्रेस ने यहां से देवेंद्र यादव को मैदान में उतारा है, जो पहले विधायक भी रह चुके हैं.
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इस इलाके में यादव और ओबीसी वोट बैंक है. इसके अलावा बड़ी संख्या निम्न मध्यवर्गीय आय वाले लोगों की भी है. देवेंद्र यादव मजबूती से चुनाव लड़ रहे हैं और क्षेत्र में उनकी सुगबुगाहट भी नजर आ रही है. राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस सीट पर कांग्रेस की मजबूती से ज्यादा नुकसान आम आदमी पार्टी को ही होगा.
एंटी इनकंबेंसी भी है क्षेत्र में बड़ा मुद्दा
बादली विधानसभा में एंटी इनकंबेंसी भी इस बार बड़ा मुद्दा है. खराब सड़कें, सीवर की समस्या और शौचालयों का निर्माण ऐसे मुद्दे हैं जिसे लेकर आम लोगों में आक्रोश है. सड़कों की मरम्मत का काम 10 साल के बाद भी ठीक तरह से नहीं हुआ है. इसके अलावा, ज्यादातर लोग निम्न आय वर्ग के हैं और उनके लिए अनाधिकृत कॉलोनियों को मान्यता दिए जाने का भी प्रमुख चुनावी मुद्दा है.
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बादली सीट पर कांग्रेस करेगी खेल खराब?
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