गुरुग्राम लैंड डील मामले में कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी के पति और बिजनेसमैन रॉबर्ट वाड्रा की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं.प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आज उनसे इस मामले में पूछताछ की. वाड्रा को इस महीने दूसरी बार तलब किया गया. इससे पहले 8 अप्रैल को भी ईडी ने उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया था. वाड्रा पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है. उनकी कंपनी पर गुरुग्राम में एक जमीन के जरिए 50.5 करोड़ रुपये मुनाफा कमाने का आरोप है.
यह मामला साल 2018 का है. तौरू के रहने वाले सुरेंद्र शर्मा की शिकायत पर 1 सितंबर 2018 को गुरुग्राम के खेरकी दौला थाने में रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया गया था. इस मामले में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को भी आरोपी बनाया गया है. वाड्रा पर आरोप है कि उनकी कंपनी ने धोखे से सस्ते दाम में जमीन खरीदी और उसे एक साल के अंदर कई गुना दाम में बेच दी.
क्या था पूरा मामला?
दरअसल, रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी ने फरवरी 2008 में गुरुग्राम ( उस समय के गुड़गांव) के शिकोहपुर गांव (सेक्टर 83) में 3.5 एकड़ जमीन 7.5 करोड़ रुपये में खरीदी थी. यह जमीन ओंकारेश्वर प्रॉपर्टीज से ली थी. आरोप है कि जमीन खरीदने के बाद उसका म्यूटेशन घंटों में पूरा करवा लिया गया था. क्योंकि उस दौरान हरियाणा में भूपेंद्र हुड्डा की सरकार थी.
इसके बाद रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी ने इस जमीन पर व्यावासायिक कॉलोनी विकसित करने का हरियाणा सरकार से लाइसेंस मांगा और सरकार ने भी तुरंत लेटर ऑफ इंटेंट जारी कर दिया. उस दौरान सीएम भूपेंद्र हुड्डा के पास ही नगर एवं ग्राम नियोजन विभाग था.
बाद में स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी ने कर्मशियल लाइसेंस हासिल करने के बाद इस जमीन को जून 2008 में 58 करोड़ रुपये में बेच दिया. यानी मात्र 4 महीने के अंदर रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी ने 50.5 करोड़ रुपये का मुनाफा कमा लिया.
रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ किसने दर्ज कराई FIR
साल 2018 में जब हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार बनी तो नूंह के रहने वाले सामाजिक कार्यकर्ता सुरेंद्र शर्मा ने आरोप लगाया कि इस सौदे में आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार हुआ है. सुरेंद्र शर्मा की शिकायत पर खेरकी दौला थाने की पुलिस ने रॉबर्ट वाड्रा, भूपेंद्र हुड्डा, डीएलएफ और ऑनकेश्वर प्रॉपर्टीज के खिलाफ IPC की धारा 420, 120, 467, 468 और 471 के तहत इस मामले में केस दर्ज किया गया था. इस मामले में ED मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रही है.
अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.
- Log in to post comments

Robert Vadra
7.50 करोड़ में खरीदी, 58 करोड़ में बेची... क्या है DLF की वो लैंड डील, जिसकी वजह से ED की रडार पर आए रॉबर्ट वाड्रा