India Pakistan Tensions: दक्षिण एशिया एक बार फिर बेहद नाज़ुक दौर से गुजर रहा है. भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया तनाव , विशेषकर जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले और उसके जवाब में भारत की सैन्य कार्रवाइयों ने दोनों देशों के परमाणु शस्त्र की चर्चा को फिर सतह पर ला दिया है. पाकिस्तान के नेताओं की ओर से खुलेआम परमाणु हमलों की धमकी दी जा रही है, जिससे माहौल और भी भयावह हो गया है. हालांकि पाकिस्तान और भारत दोनों ही परमाणु हथियारों से लैस हैं और उनके पास त्रिस्तरीय रणनीतिक क्षमता (land, air, sea) मौजूद है. इस रिपोर्ट में हम समझेंगे कि दोनों देशों की परमाणु क्षमता कैसी हैं, युद्ध की स्थिति में क्या संभावनाएं हैं और क्यों संयम ही इस समय की सबसे बड़ी जरूरत है. 

आतंकी हमले के बाद भारत की जवाबी कार्रवाई

22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने कड़ी जवाबी कार्रवाई की है. इसके बाद पाकिस्तान के सियासी गलियारों में जो बयानबाजी शुरू हुई, उसने क्षेत्रीय तनाव को और बढ़ा दिया है. पाकिस्तान के वरिष्ठ नेताओं द्वारा परमाणु हथियारों का जिक्र करना न केवल चिंता का विषय है, बल्कि यह दक्षिण एशिया की स्थिरता पर बड़ा सवाल भी खड़ा करता है. 

खुले तौर पर परमाणु शक्ति का प्रदर्शन

पाकिस्तान के मंत्री हनीफ अब्बासी ने बीते महीने एक बयान देते हुए कहा, 'हमने गौरी, शाहीन, गजनवी और 130 परमाणु हथियार सिर्फ भारत के लिए रखे हैं.' उनके इस बयान ने यह संकेत दिया कि पाकिस्तान की सैन्य नीति में अब खुले तौर पर परमाणु शक्ति के प्रदर्शन का स्थान बनता जा रहा है. पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने हाल ही में Reuters को दिए इंटरव्यू में कहा कि, 'हम परमाणु हथियार तभी इस्तेमाल करेंगे जब हमारी अस्तित्व पर सीधा खतरा हो.' उनका यह बयान पाकिस्तान की आधिकारिक नीति को दोहराता है, लेकिन वर्तमान हालात में ऐसे बयानबाजी का दिया जाना गंभीर चिंता का कारण है. 

पाकिस्तान में आपात बैठक

इसी बीच, 10 मई 2025 (शनिवार) को यह रिपोर्ट सामने आई कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने नेशनल कमांड अथॉरिटी (NCA) की आपात बैठक बुलाई थी. NCA वह शीर्ष संस्था है जो पाकिस्तान के परमाणु हथियारों पर नियंत्रण रखती है. हालांकि कुछ ही समय बाद रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने इस खबर का खंडन करते हुए कहा, 'ना तो ऐसी कोई बैठक हुई है और ना ही ऐसी कोई बैठक निर्धारित है.'

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंता

रक्षा मामलों के जानकार मानते हैं कि अगर इस तरह की रणनीतिक बैठकें हो रही हैं या फिर उनके बारे में भ्रम फैलाया जा रहा है, तो इसका असर दोनों देशों की सैन्य सोच और अंतरराष्ट्रीय कूटनीति पर पड़ सकता है. भारत पहले ही ‘नो फर्स्ट यूज़’ (NFU) की नीति पर कायम है, लेकिन पाकिस्तान की अस्पष्ट और कभी-कभी आक्रामक परमाणु रणनीति को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंता जताई जा रही है. 

पाकिस्तान की परमाणु ताकत

  • वैसे तो पाकिस्तान का परमाणु कार्यक्रम 1998 में सामने आया, पर इसकी जड़ें 1974 में भारत के पोखरण परीक्षण के बाद पड़ी थीं.
  • Shaheen-II जैसी लंबी दूरी की मिसाइलें पाकिस्तान के पास हैं, जो 2,000 किमी तक मार कर सकती हैं. 
  • Ababeel मिसाइल MIRV तकनीक के साथ कई लक्ष्यों पर एकसाथ हमला करने में सक्षम है. 
  • Ra’ad क्रूज मिसाइल और लड़ाकू विमान जैसे F-16 व Mirage भी परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम हैं. 
  • Babur-3 नामक सबमरीन-लॉन्च क्रूज़ मिसाइल पाकिस्तान को "सेकंड स्ट्राइक" क्षमता देने की दिशा में एक कदम है. 
  • FAS की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के पास 2025 तक 170 से अधिक परमाणु हथियार हैं. 

भारत की रणनीति

  • भारत ने हमेशा संयम की नीति अपनाई है. ‘No First Use’ यानी पहले परमाणु हमला न करने का वादा, भारत की नीति का आधार है.
  • Agni मिसाइलों की श्रृंखला 5,000 किमी तक मार करने में सक्षम है.
  • Mirage 2000, Jaguar जैसे विमान परमाणु हथियार ले जा सकते हैं. 
  • INS Arihant जैसी न्यूक्लियर पनडुब्बियां भारत को समुद्र से जवाबी हमला करने की ताकत देती हैं. 
  • भारत की 'न्यूक्लियर ट्रायड' यानी जमीन, हवा और समुद्र, तीनों दिशाओं से जवाब देने की क्षमता, इसे परमाणु संतुलन में मजबूत बनाती है.

यह भी पढ़ें: ये रहे ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए आतंकियों के नाम, 6 और 7 मई की दरमियानी रात mudassar Khan समेत 5 हुए थे ढ़ेर


परमाणु युद्ध के परिणाम और संभावित नुकसान

यदि भारत और पाकिस्तान के बीच परमाणु युद्ध होता है, तो इसका खामियाजा दोनों देशों को भुगतना पड़ेगा. लाखों लोगों की जान जा सकती है, प्रमुख शहर तबाह हो सकते हैं और पीढ़ियों तक रेडिएशन का असर बना रह सकता है. वैश्विक अर्थव्यवस्था पर इसका बड़ा असर होगा और जलवायु परिवर्तन जैसी चुनौतियां और गंभीर हो जाएंगी. स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) के अनुसार, परमाणु युद्ध के बाद न केवल दक्षिण एशिया बल्कि पूरी दुनिया की स्थिरता खतरे में पड़ जाएगी. इसीलिए संयम और कूटनीति ही एकमात्र रास्ता है. 

अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए हमारे गूगलफेसबुकxइंस्टाग्रामयूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से जुड़ें.

Url Title
india Pakistan tension may led nuclear war who had hit harder see all the details operation sindoor update
Short Title
परमाणु युद्ध हुआ तो भारत या पाकिस्तान, किसका होगा ज्यादा नुकसान? समझिए इसके खतर
Article Type
Language
Hindi
Section Hindi
Published by
Page views
1
Embargo
Off
Image
Image
India Pakistan Tensions
Caption

India Pakistan Tensions

Date updated
Date published
Home Title

परमाणु युद्ध हुआ तो भारत या पाकिस्तान, किसका होगा ज्यादा नुकसान? समझिए इसके खतरनाक परिणाम
 

Word Count
815
Author Type
Author