प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) शुक्रवार को मध्य प्रदेश के आनंदपुर में अशोक नगर स्थित आनंद धाम आश्रम पहुंचे. उन्होंने इस आश्रम में प्रार्थना की और करीब तीन घंटे का समय बिताया. इस आश्रम की शुरुआत 95 साल पहले हुई थी और आज यह देश के सबसे बड़े और प्रमुख आश्रम में से माना जाता है. 1500 बीघा जमीन में फैले इस आश्रम में बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं. यह आश्रम श्री परमहंस अद्वैत मत का प्रमुख सत्संग केंद्र है. इस आश्रम की स्थापना श्री श्री 108 स्वामी अद्वैत आनंद जी महाराज प्रथम पादशाही ने की थी. अद्वैत परंपरा के प्रमुख संत अद्वैतानंद महाराज का समाधि स्थल भी यहां है.
श्री आनंदपुर आश्रम ट्रस्ट की यह है पूरा इतिहास
पीएम नरेंद्र मोदी ने इस आश्रम में काफी वक्त बिताया और अलग-अलग हिस्सों का भ्रमण भी किया. श्री आनंदपुर आश्रम ट्रस्ट की स्थापना साल 1954 में हुई थी. अद्वैत मत के संस्थापक परमहंस दयाल महाराज से ईसागढ़ के सेठ पन्नालाल मोदी ने उनसे ईसागढ़ आने का आग्रह किया था. साल 1930 में यहां मत के दूसरे गुरु स्वरूप आनंद महाराज पहुंचे थे और यहां पर आनंदपुर धाम में आश्रम की शुरुआत की गई. साल 1954 में यहां एक ट्रस्ट की स्थापना की गई और फिर आश्रम ने ट्रस्ट के जरिए कई धर्मार्थ कार्यों की भी शुरुआत की. इस ट्रस्ट के जरिए कई स्कूल-कॉलेज और अस्पताल भी चलाए जाते हैं. इस आश्रम में देश-दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से लोग आते हैं.
हिंदू दर्शन से जुड़ी अद्वैत मत शाखा के अनुयायी अब भारत ही नहीं विदेशों में भी हैं. इसे वेदांत दर्शन का बड़ा रूप माना जाता है. अद्वैत मत में एक ही ब्रह्म को सत्य माना जाता है. इस परंपरा में पादशाही चलती है जिसके अब तक 6 गुरु हुए हैं. आनंदपुर आश्रम में ही इस परंपरा के 4 गुरुओं की समाधि है.
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पीएम मोदी ने आनंदपुर धाम का किया दौरा
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