हिंदू धर्म में प्रत्येक तिथि और दिन का धार्मिक महत्व है. भगवान हनुमानजी महाराज की जयंती हर साल चैत्र पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है. इस दिन माता अंजनी और वानरराज केशरी के घर भगवान हनुमान का जन्म हुआ था. इस दिन को हनुमान जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है. हनुमान जयंती के अवसर पर देश भर के हनुमान मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना की जाती है. विभिन्न स्थानों पर भंडारे का भी आयोजन किया जाता है.
इस दिन मारुति नंदन की पूजा करने से भक्तों के सभी दुख दूर हो जाते हैं. इस वर्ष यह त्यौहार और भी खास है क्योंकि यह कई वर्षों के बाद शुभ अवसर पर मनाया जाएगा. आइए जानते हैं इस दिन भगवान हनुमान को कैसे प्रसन्न किया जाए.
आज है हनुमान जन्मोत्सव
इस बार हनुमान जयंती की तिथि को लेकर कुछ भ्रांतियां हैं. वैदिक कैलेंडर के अनुसार चैत्र पूनम की तिथि 12 अप्रैल 2025 को सुबह 3:20 बजे शुरू होगी और 13 अप्रैल 2025 को सुबह 5:52 बजे समाप्त होगी. इस प्रकार सूर्योदय तिथि के आधार पर हनुमान जयंती 12 अप्रैल 2025, शनिवार को मनाई जाएगी.
57 वर्षों के बाद धूमधाम से मनेगा हनुमान जन्मोत्सव
पंचांग के अनुसार हनुमानजी का प्राकट्योत्सव 57 साल बाद पंचग्रही योग में मनाया जाएगा. इससे पहले यह योग 1968 में बना था. इस बार पंचग्रही योग मीन राशि में हस्त नक्षत्र में बन रहा है. मीन राशि का स्वामी बृहस्पति है. बृहस्पति और शुक्र वृषभ राशि में गोचर कर रहे हैं. शुक्र मीन राशि में है. इस विशेष योग में सूर्य, शनि और राहु के साथ-साथ शुक्र और बुध की युति भी है. धार्मिक एवं आध्यात्मिक उन्नति के लिए यह स्थिति बहुत शुभ मानी जाती है.
आपको यह उपाय करना होगा
इस दिन कई लोग भगवान हनुमान को प्रसन्न करने के लिए विभिन्न अनुष्ठान करते हैं. लेकिन इस दिन अगर आप हनुमान चालीसा, हनुमत स्तोत्र, हनुमान वदावनल स्तोत्र, हनुमान साठिका, पंचमुखी हनुमान कवच का पाठ करते हैं तो हनुमानजी महाराज बहुत प्रसन्न होते हैं और आपको पारिवारिक सुख, शांति, स्वास्थ्य, सुरक्षा और लंबी उम्र, सफलता और आर्थिक स्थिरता का आशीर्वाद देते हैं.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.
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हनुमान जंयती उपाय
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