HMPV Child Care: चीन से एक नया वायरस HMPV सामने आया है जो तेजी से फैल रहा है. भारत में भी इसके कई मामले सामने आ चुके हैं. इस वायरस का खतरा बच्चों, बुजुर्गो और कमजोर इम्यूनिटी वालों को ज्यादा है. ह्यूमन मेटा न्यूमोवायरस (HMPV) न्यूबॉर्न बेबी में भी फैल रहा है. ऐसे में बच्चों के पेरेंट्स की चिंता काफी बढ़ गई हैं. ऐसे में उनके मन में सवाल है कि, नवजात को इस वायरस से कैसे बचाएं. आइये आपको न्यूबॉर्न बेबीज की केयर टिप्स के बारे में बताते हैं.
HMPV वायरस से नवजात को होने वाली समस्याएं
HMPV वायरस के कारण नवजात बच्चे को निमोनिया हो सकता है. HMPV के कारण छोटे बच्चों को सांस से जुड़ी समस्या हो सकती है. फेफड़ों से जुड़ी दिक्कतें हो सकती हैं. नवजात शिशुओं को अस्थमा या सांस संबंधी बीमारी का खतरा भी हो सकता है.
ऐसे रखें अपने न्यूबॉर्न बेबी का ख्याल
- बच्चे के आसपास साफ-सफाई का खास ध्यान रखें. गंदगी की वजह से ही बैक्टीरिया और वायरस उन तक पहुंचते हैं. बच्चों को हाथ धोने के बाद ही छुएं.
- ठंड के मौसम में बीमार पड़ने का खतरा बढ़ जाता है. खांसी, जुकाम और बुखार ही HMPV वायरस के लक्षण हैं. ऐसे में बच्चे को ठंडी हवाओं से बचाकर रखें.
- नवजात शिशुओं के कई प्रकार के टीके लगते हैं. उन्हें समय पर सभी वैक्सीन लगावाएं. टीकाकरण कर आप बच्चे को सुरक्षित रख सकते हैं.
- नवजात को भीड़भाड़ से दूर रखने में ही भलाई है. भीड़भाड़ से वायरस फैलने का खतरा अधिक है. ऐसे में उसकी अच्छे से देखभाल करें.
- नवजात बच्चे के लिए मां का दूध बहुत ही अच्छा होता है. यह बच्चे के लिए पोषण और सुरक्षा वाला होता है. बच्चे को समय पर ब्रेस्ट फीडिंग कराएं.
- बच्चे को खांसी, बुखार, जुकाम और सांस लेने में समस्या जैसे लक्षण दिखने पर डॉक्टर से संपर्क करें. इस तरह से आप नवजात की केयर कर सकते हैं.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर्स से संपर्क करें.)
खबर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.
- Log in to post comments

HMPV
बच्चे और बुजुर्गों को ही नहीं, नवजात को भी है HMPV से खतरा, बचाव के लिए अपनाएं ये टिप्स